
गाजियाबाद। लायक हुसैन। किसानों के घरों और ट्यूबेल पर लगाए जा रहे बिजली मीटर, बिजली बिल 2022 और उत्तर प्रदेश को सूखाग्रस्त प्रदेश घोषित करने के संदर्भ में, किसान यूनियन ने मांगपत्र महामहिम, राज्यपाल उत्तरप्रदेश लखनऊ के लिए किया प्रेषित, साथ ही कहा कि हम सभी उत्तर प्रदेश के किसान संगठन आज दिनांक 30 अगस्त 2022 को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में धरना प्रदर्शन विरोध मार्च करते हुए आपके समक्ष निम्न मांगे प्रस्तुत कर रहे हैं, एक किसानों को बिजली मुफ्त देने की जगह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के सिंचाई के ट्यूबेल पर लगाए जा रहे मीटरों को तत्काल हटा लिया जाना चाहिए, इससे किसानों पर बिजली का बोझ बढ़ता जा रहा है, दो संम्पूर्ण प्रदेश इस समय गंभीर सूखा के प्रभाव में है, इसलिए आपसे निवेदन है कि उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें कि वह संपूर्ण प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करे, इसके साथ ही किसानों को प्रति एकड़ रूपये 15000 क्षतिपूर्ति देने का आदेश पारित करें, जिससे आने वाले समय में किसान खेती के काम को आगे बढ़ा सकें,
3 विद्युत बिल 2022 को उत्तर प्रदेश विधानसभा में निरस्त करने का प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को तत्काल भेजा जाए, किसान यूनियन व संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश की तरफ से आप से अपील करते हैं कि आप अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को तत्काल निर्देशित करके उपरोक्त मागों पर तत्काल कार्रवाई करें, जिससे किसानों का जीवन और खेती को बचाया जा सके।