मथुरा में उद्योग व्यापार मंडल ( मुकुंद मिश्रा गुट) द्वारा व्यापार मंडल के चुनाव करवाने के नाम पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति भी नही ली गई है ऐसे में मथुरा जिला प्रशासन मौन बैठा है और आयोजको के विरुद्ध कोई कार्रवाई अमल में नही लाई गई है। इसे सत्ता से जुड़े कुछ नेताओ का गुरुर कहें या मथुरा जिला प्रशासन की लाचारी कि प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न करके हजारों की भीड़ को कोवीड प्रोटोकोल का उलंघन करके भी इकट्ठा होने दिया जा रहा है।
इस संबंध ने मथुरा के लोगो ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए लिखा है कि निवेदन करना है कि हमारी जानकारी के अनुसार प्रदेश में तथा लगभग सभी जनपदों में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सार्वजनिक प्रदर्शन, आगामी रामलीला प्रदर्शन आदि पर भी प्रतिबंध है या लोग कोरोना के संकट की वजह से स्वयं बच रहे, हैं तथा सरकारी आदेश के अनुसार 100 व्यक्तियों से अधिक का कोई कार्यक्रम प्रतिबंधित है परंतु मथुरा जनपद के वृंदावन में श्री कृष्णा आश्रम में कुछ लोगों द्वारा व्यापारी सम्मेलन और निर्वाचन के नाम पर कई हजार लोगों की भीड़ इकट्ठा करने का आह्वान और प्रोपेगेंडा किया जा रहा है जोकि जनहित में उचित नहीं है तथा जनहित में कोई भी खतरा उत्पन्न हो सकता है।
देश में कोरोना का संकट पुनः बढ़ रहा है, तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है, देश और प्रदेश की सरकार कोरोना संकट से बचाव के लिए लगातार उपाय भी कर रही है और चेतावनी भी दे रही है, परंतु कुछ स्वार्थी तत्व केवल अपने निजी स्वार्थों के लिए, व्यापार मंडल के बहाने से सामाजिक पैसा इकट्ठा करके उसका उपयोग दुरुपयोग करने के लिए प्रदेश के व्यापारियों के नाम पर छोटू भैया और सरकार को गाली देने वालों को इकट्ठा कर रहे हैं, प्रदेश में अभी भी 100 लोगों से अधिक को इकट्ठा करने की कोई इजाजत नहीं दी गई है परंतु हजारों लोगों को इकट्ठा करने की घोषणा की जा रही है।
डेंगू जैसी बीमारियों का प्रकोप भी कहीं जिलों में हुआ है, ऐसे में वृंदावन में स्थित कृष्णा आश्रम में हजारों लोगों का एकत्रित होना खतरे से खाली नहीं है, कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है या कोरोना और डेंगू का प्रकोप बढ़ सकता है, मथुरा जिला प्रशासन मौन है कोई अनुमति भी नहीं ली गई है परंतु फिर भी जिला प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है, तुरंत कार्रवाई करके इसे रोका जाए हमारी समाज में माननीय मुख्यमंत्री जी से यह यह अनुरोध है 5 सितंबर से ही भीड़ का जमावड़ा शुरू हो चुका है, कार्यक्रम 7 और 8 सितंबर का डिक्लेअर है, तत्काल इस जमावड़े पर रोक लगाई जाए ।
देखना यह है की प्रशासन के कानो पर जून रेंगेगी या नहीं क्योंकि यदि यह कार्यक्रम इस प्रकार से आयोजित हुआ तो किसी भी बड़ी दुर्घटना की वजह बन जायेगा और प्रदेश सरकार के कोविड संबंधी नियमो / आदेशों का खुला उलंघन तो निश्चित ही होगा।