
आज डासना देवी मंदिर में साधू पर जानलेवा हमले के विरोध में घंटा, घड़ियाल, शंख व चिमटा बजाकर प्रदर्शन किया गया तथा महामहिम राष्ट्रपति के लिए ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया
इस घटना को लेकर परमार्थ समिति एवं अखिल भारत हिन्दू महासभा के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर बुधवार को गाजियाबाद के समस्त मंदिरों के पुजारियों व संतों ने शंख, घंटा, घड़ियाल व चिमटा बजाकर विरोध किया। अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रवक्ता बी के शर्मा हनुमान व परमार्थ समिति के चेयरमैन वीके अग्रवाल ने संयुक्त बयान में कहा कि थाना मसूरी क्षेत्र के डासना देवी मंदिर में मंगलवार प्रात: मंदिर परिसर में सो रहे साधु नरेशानंद पर हुए कातिलाना हमले के बाद मंदिर के सेवकों व हिंदू भक्तों को जबर्दस्त आघात पहुंचा है।
आज हम हिंदूवादी संगठन शंख घड़ियाल बजाकर विरोध प्रकट कर रहे हैं । मंगलवार प्रात: करीब 3:30 बजे नरेशानंद पर कातिलाना हमला हुआ लेकिन पुलिसकर्मी सहित किसी को भनक नहीं लगी। नरेशानंद जब हमले के बाद पुलिस कर्मियों की तरफ दौड़ कर आए तब वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने देखा कि नरेशानंद के गले से खून बह रहा था और उनके पेट पर हाथ रखा हुआ था। शायद हमलावरों ने वहीं पर मंदिर परिसर में सोये हुए यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या का प्रयास किया होगा। अखिल भारत हिंदू महासभा के तत्वाधान में हम महामहिम राष्ट्रपति जी से अनुरोध करते हैं कि सभी मंदिरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं और मंदिर में रह रहे मुख्य पुजारी मठाधीश वह साधु संतों की रक्षा हेतु भी सुरक्षा प्रदान की जाए, जिससे हमारे मठ मंदिरों में साधु-संतों की रक्षा हो सके।
श्री शर्मा व श्री अग्रवाल ने अपने बयान में कहा कि आज हिंदुत्व खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है